Thursday, April 29, 2010
The Big Bang(alore) (mis)adventure-Final part: A friend in need
Saturday, March 13, 2010
The Big Bang(alore) (mis)adventure-part2: The Desperate Dash
icecream
Sunday, February 28, 2010
Khwab nahin aate !
Saturday, January 30, 2010
The Big Bang(alore) (mis)adventure
Monday, December 14, 2009
...baithi hai
Monday, August 24, 2009
JAWAAB DE...!
Tuesday, June 9, 2009
GIRTE DEKHA HAI...
Sunday, May 17, 2009
Kahin nahin
Monday, May 11, 2009
Jaane hoon kahaan main?
KYAA KAREN...?
Wednesday, October 8, 2008
MERI GIRLFRIENDS
Sunday, June 29, 2008
...REH GAYE
Tuesday, January 22, 2008
OH MY LIFE...!
Oh my life , what a bless you are !
Oh my life , what a mess you are !
i love u for the glorious days,
which you have always given me;
i condemn you for the miseries,
with which you have stricken me !
i 've loved your charms,
i 've felt your calms;
you made me think,
in the time of a blink;
the laborious days,
the assiduous nights,
n then the glory,
reaching ecstatic heights.
but everything 's gone in the eddy of life,
i've lost my tranquillizing,intoxicating fife.
but glory will have to return to me,
someday again i 'll make merry in glee.
oh dear AMIT have faith in you,
this is what LIFE is-with ups n downs
when i've accepted its loving smiles
why should i be afraid of its frowns.
it is often darkest before the night's over,
then comes DAY-with its shining crowns
Wednesday, January 16, 2008
मेरी खर्चीली GIRLFRIEND
तू band मेरा बजाती है ,
मैं सादा पानी पीता हूँ
तू mushroom pizza खाती है ।
लंबे -चौड़े से menu की
हर चीज़ तुझको भाती है ,
तेरे खाने का bill देख-देख
मेरी नब्ज़ डूबती जाती है ।
Movie का कभी plan बनाऊँ तो
बस multiplex ही चाहती है ,
और interval में भर पेट ज़ालिम
महँगा pop-corn खाती है ।
टहलने को जब भी कहीं निकलें
सीधे mall में ले जाती है ,
जी भर शॉपिंग करती है
और मेरा माल उड़ाती है ।
छोड़ भी नहीं सकता मैं तुझको
दोस्तों में धाक जो जम जाती है ,
अब जैसे -तैसे काट रहा हूँ
बस किसी तरह कट जाती है ।
जान तो जब फँस ही गई है
अब किसी तरह तो निभानी है ,
पर मैं अकेला नहीं हूँ यारों
तुम सबकी भी यही कहानी है । ।
Tuesday, January 15, 2008
तेरी यादों के दम पर
इनायत ना हुई हम पर
फ़क़त रूह बाक़ी है जिस्म में
तेरी यादों के दम पर ।
ऐ साकी
क्यूँ ज़हर पिला दिया
मर रहे थे चैन से
फिर से क्यूँ जिला दिया ।
बस पीने की ख्वाहिश थी
क्यूँ इतनी रहमत कर दी
माँगा था एक घूँट बस
क्यूँ सागर पिला दिया ।
जो कहा तेरी नज़रों ने
बस वही तो कर बैठे
जब आदत हो गयी पीने की
क्यूँ मयखाना छुड़ा दिया ।
पीते रहे ज़हर बेहिसाब
और उफ़ तक भी ना की
हर जाम में क्यूँ इतना
तूने प्यार मिला दिया । ।
आज भी ...
इंतज़ार की रातों को
क्या तुम भी भूल सकोगे
उन बहकी -बहकी बातों को ?
तुझे देख दिन होता शुरू
दिल की धड़कन बढ़ जाती
आँखों से हँसकर जो देखा
जगाया दिल के जज़्बातों को ।
आज फिर याद करता हूँ मैं
वो हरपल हँसती आँखें तेरी
और उनमें डूबकर किये गए
साथ जीने के वादों को ।
तेरी तस्वीर से ही सही
दिल की बातें कह लेता था
खो गयी वो भी जाने कहाँ
अब किससे करूँ फरियादों को ?
हाथ बढ़ाकर छुआ जो दिल को
कितने अरमाँ जगा दिए
खूँ के आँसू रोया ये दिल
जब तोड़ा तूने नातों को ।
चले गए यार तुम तो
लगाकर आग पानी में
मैं इस दिल के अश्कों से
जलाता रहा बरसातों को । ।
Friday, December 7, 2007
वो चंद लम्हे...
रखूँगा मैं अपने दिल में सजाकर
वो चंद लम्हे ...
तू ही बता दे कैसे
बयाँ करूँ मैं हाले दिल
उलझन में ये दिल है
दिल में बड़ी मुश्किल
मैं तो चाहूँ यही बस
तुम छू लो हाथ बढ़ाकर
वो चंद लम्हे ...
आज बैठ फिर तन्हाई में
सोचता हूँ मैं गुमसुम
काश आज फिर क़यामत हो
और मिल जाओ मुझे तुम
डरता हूँ , लहरें वक़्त की
ले जाएँ न बहाकर ,
वो चंद लम्हे ....
मेरी मोहब्बत को तुम
अब और ना तड़पाओ
या तो पकड़ लो हाथ मेरा
या फिर चले जाओ
लेकिन ये भूल ना जाना ,
जाना मुझे लौटाकर
वो चंद लम्हे ...
चला जाऊँगा दूर मैं तुमसे
लौटकर फिर नहीं आऊंगा
लेकिन तुम भी ये जान लो
भूल तुम्हें नहीं पाऊँगा,
ले जाऊँगा आँसुओं कि तरह
इन पलकों में छिपाकर
वो चंद लम्हे ...
तेरी आँखें
कभी सबसे राज़ दिल के छिपाये-
तेरी आँखें ...
काली रात सी तेरी गहरी स्याह आँखें
जब तू ना बोले तो करतीं हैं बातें
आँखों से ही कभी जब हँस देती है तू
इन्हें शरारत करते पाया है
बिना पूछे जादू चलातीं हैं पल पल
मदहोश मुझको बनातीं हैं हर पल
तेरी आँखें...
इन आंखों में मैं एक सपना तलाश करता हूँ
तुझमें मैं कोई अपना तलाश करता हूँ
तेरी आँखें देखूँ हर सुबह हर शाम,
एक बार कर दे तू जो मेरे नाम,
तेरी आँखें...