wittyamit
Tuesday, January 15, 2008
तेरी यादों के दम पर
मुद्दतों से तेरे दीदार की
इनायत ना हुई हम पर
फ़क़त रूह बाक़ी है जिस्म में
तेरी यादों के दम पर ।
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